THE SINGLE BEST STRATEGY TO USE FOR पारद शिवलिंग के लाभ

The Single Best Strategy To Use For पारद शिवलिंग के लाभ

The Single Best Strategy To Use For पारद शिवलिंग के लाभ

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अध्यात्माबद्दल जरा जरी आकर्षण असलेल्या व्यक्तीला पारद शिवलिंगाची उपासना केलीच पाहिजे असे माझे मत आहे.

तत्फलं कोटिगुणितं रसलिंगार्चनाद् भवेत।

पारद शिवलिंग को शास्त्रों और पुराणों में बहुत खास और चमत्कारिक बताया गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, पारद की उत्पत्ति भगवान शिव के अंश से हुई है। इसलिए पारद शिवलिंग की पूजा करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। ब्रह्म पुराण में कहा गया है कि जो व्यक्ति पारद शिवलिंग की भक्ति पूर्वक पूजा करता है, वह सभी सांसारिक सुखों का भोग करता है और अंत में सर्वोच्च गंतव्य (मोक्ष) को प्राप्त करता है। जीवन काल में उन्हें मान-सम्मान, उच्च पद, नाम और यश, और विद्या की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं पारद शिवलिंग की पूजा के क्या फायदे हैं…

पारद शिवलिंग की भक्तिभाव से पूजा करने से संतान की प्राप्ति होती है।

पारद और स्फटिक शिवलिंग की स्थापना किसी विद्वान पंडित के मार्गदर्शन में विधि-विधान के अनुसार ही करनी चाहिए। इन शिवलिंगों को स्थापित करने के लिए शुभ मुहूर्त का चयन भी आवश्यक माना जाता है। साथ ही, इनकी नियमित रूप से पूजा करना महत्वपूर्ण है।

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करोड़ों शिवलिगों की पूजा से जो फल प्राप्त होता है। उससे भी करोड़ गुणा फल पारद शिवलिंग पूजा से मिलता है। माना जाता है इस शिवलिंग को छुने मात्र से मुक्ति प्राप्त होती है। गौहत्या का पाप भी दूर होता है।

माना जाता है कि शिवलिंग को कभी भी अकेला नहीं रखना चाहिए। उसके साथ भगवान शिव के पूरे परिवार यानी माता पार्वती, गणेश जी और कार्तिकेय की तस्वीर रखनी चाहिए। घर के शिवलिंग में न कराएं प्राण प्रतिष्ठा

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हां, आपको अवश्य ही कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले, किसी विश्वसनीय विक्रेता से ही शिवलिंग खरीदें। शिवलिंग का आकार और गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए, किसी भी तरह का क裂 या खरोंच नहीं होना चाहिए। आप अपनी इच्छानुसार छोटे या बड़े आकार का शिवलिंग चुन सकते हैं।

शिव को बेलपत्र अत्यधिक प्रिय है। शिव जी को बेलपत्र अर्पित करते समय यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि हर एक बेलपत्र में तीन पत्तियां हों और वह पत्तियां कहीं से कटी हुई न हो।

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हिंदू धर्म में शिवलिंग भगवान शिव का सर्वोच्च प्रतीक है और उनकी पूजा का केंद्र बिंदु माना जाता है। विभिन्न प्रकार के शिवलिंग विद्यमान हैं, जिनमें पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग क्यों है खास ? घर में इनकी पूजा करने के लिए क्या है लाभऔर स्फटिक शिवलिंग का एक विशेष स्थान है। ये दोनों शिवलिंग अपनी विशिष्टताओं और लाभों के कारण पूजनीय माने जाते हैं। आइए, इस लेख में इन शिवलिंगों की महिमा, महत्व और घर में स्थापित करने के फायदों click here को विस्तार से जानें।

आध्यात्मिक विकास: स्फटिक शिवलिंग की उपस्थिति से आध्यात्मिक ज्ञान और विकास को बढ़ावा मिलता है।

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